रेलवे स्टेशन में जा सकती थी महिला की जान, इमरजेंसी मेडिकल रूम की तत्परता से बची गर्भवती महिला
- भोपाल रेलवे स्टेशन इमरजेंसी रूम की तत्परता
- गर्भवती महिला को अचानक शुरू हुई प्रसव पीड़ा
- तेलंगाना एक्सप्रेस में सफर कर रही थी महिला
- प्री मैच्योर बेबी की वजह से जान का था खतरा
- मेडिकल टीम ने महिला की बचाई जान
भोपाल।सत्यम शर्मा
भोपाल रेलवे स्टेशन पर स्थित इमरजेंसी मेडिकल रूम ने गर्भवती महिला की जान बचाई | 27 दिसंबर की रात तेलंगाना एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 12723) में सफर कर रही 27 वर्षीय गर्भवती महिला की जान बचाई गई। शिवा अपने पति अंजार अहमद के साथ बी5 कोच में हैदराबाद से नई दिल्ली की यात्रा कर रही थीं। रात करीब 9 बजे ओबेदुल्लागंज स्टेशन के पास अचानक उन्हें तेज प्रसव पीड़ा शुरू हो गई, जिससे उनकी जान को गंभीर खतरा पैदा हो गया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वाणिज्य कंट्रोल ने तुरंत एसएस कमर्शियल अशोक नागर को सूचना दी। उन्होंने तत्परता दिखाते हुए भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर स्थित इमरजेंसी मेडिकल रूम से संपर्क किया।
जैसे ही ट्रेन रात 9:40 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर पहुंची, हेड टीसी महेंद्र सिंह राजपूत और इमरजेंसी मेडिकल रूम की टीम, जिसमें डॉ. अमन मिश्रा और एक महिला कंपाउंडर शामिल थीं, स्ट्रेचर के साथ पहले से तैयार थीं। महिला को प्राथमिक उपचार ट्रेन में ही दिया गया और बिना समय गंवाए अस्पताल पहुंचाया। मामला बेहद संवेदनशील था, लेकिन मेडिकल टीम की त्वरित कार्रवाई से महिला की जान बचाई जा सकी।
अथर्व ज्योति अस्पताल के डॉ. अमन मिश्रा ने कहा,
"भोपाल रेलवे स्टेशन पर इमरजेंसी मेडिकल रूम यात्रियों के लिए जीवनरक्षक साबित हो रहा है। रेलवे के साथ हमारा यह सहयोग आपातकालीन स्थितियों में तुरंत और कुशल चिकित्सा सहायता प्रदान करने में सफल हो रहा है।"
गौरतलब है कि यह इमरजेंसी मेडिकल रूम, जो 24 दिसंबर 2024 को डीआरएम के द्वारा उद्घाटित किया गया था, लगातार यात्रियों की जिंदगी बचाने और उन्हें त्वरित चिकित्सा सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
रेलवे और अस्पताल के बीच बेहतर समन्वय यात्रियों की सुरक्षा के लिए कितना प्रभावी हो सकता है। भोपाल रेलवे स्टेशन का यह इमरजेंसी मेडिकल रूम ऐसे संकटपूर्ण क्षणों में यात्रियों के लिए उम्मीद की किरण बनकर उभर रहा है।